उम्मीदों के पुल मत तोडोआशा से आकाश टिका है ईश्वर तो कहता है खुद में डूब वहीं सन्दल बिखरेगाअधरों की प... उम्मीदों के पुल मत तोडोआशा से आकाश टिका है ईश्वर तो कहता है खुद में डूब वहीं सन्...
गलत है यह या है सही |सोचे ज़माना ,जो फ़िज़ूल है || इस एहसास को, हर साँस को | गलत है यह या है सही |सोचे ज़माना ,जो फ़िज़ूल है || इस एहसास को, हर साँस को |